लखनऊ जिसे नवाबों के शहर कहा जाता है। हम आपको Lucknow Me Ghumne Ki Best Jagah के बारे में बतायेंगे। लखनऊ के इमामबाड़े, भूल भुलैया, रूमी दरवाजा, चिड़ियाघर, अम्बेडकर पार्क, लोहिया पार्क, जनेश्वर मिश्र पार्क आदि।
लखनऊ भारत के उत्तर प्रदेश की राजधानी है। जिसका क्षेत्रफल 2528 वर्ग मीटर है। लखनऊ गोमती नदी के उत्तर और दक्षिण में बसा है। गोमती नदी लखनऊ की जीवन यापन का मात्र एक साधन है। यह लखनऊ के बीच से निकली है। लखनऊ का इतिहास बहुत ही रिच रहा है। नवाबो के दौर में अवध के नवाब मोहम्म्द अली शाह ने बहुत सारी जगाहे बनवाई है।लखनऊ के लिये सबसे अच्छी बात यह है कि जब नवाब असफ उद दौला ने अवध की राजधानी फैजाबाद से शिफ्ट करके लखनऊ कर दिया तब लखनऊ ने अपना नाम इतिहास मे छाप दिया।
लखनऊ का पुराना नाम ‘लक्ष्मणपुर’ और ‘लखनपुर’ था। कहते है कि अयोध्या के राजा श्रीराम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण को लखनऊ भेंट में दिया था। लखनऊ के वर्तमान स्वरूप की स्थापना नवाब आसफउद्दौला ने 1775 ई.में की थी। लखनऊ को अपनी राजधानी बनाकर इसे समृद्ध किया। अवध के अन्तिम नवाब वाजिद अली शाह थे । इन्होने ही लखनऊ में बहुत सारी जगाहें बनवाया जहाँ आज लोग घूमने जाते है।
लखनऊ में कुछ खास जगहों के नाम
Lucknow Me Ghumne Ki Best Jagah
- बड़ा इमामबाड़ा (Bada Imambada)
- रूमी दरवाज़ा (Rumi Darwaza)
- ब्रिटिश रेजीडेंसी (British Residency)
- छोटा इमामबाड़ा (Chhota Imambada)
- शहीद स्मारक पार्क (Shaheed Smarak Park)
- गौतम बुद्धा पार्क (Gautam Buddha Park)
- दिलखुशा कोठी (Dilkhusha Kothi)
- अम्बेडकर मेमोरियल पार्क (Ambedkar Memorial Park)
- नवाब वाज़िद अली शाह जूलॉजिकल गार्डेन (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Garden)
- जनेश्वर मिश्र पार्क (Janeshwar Mishra Park)
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बड़ा इमामबाड़ा (Bada Imambada)
लखनऊ अपने ऐतिहासिक धरोहर के लिए जाना जाता है। यहां पर कई सारी ऐतिहासिक इमारतें बनी हुई है। उनमें से बड़ा इमामबाड़ा एक रहस्यमयी इमारत है जिसे भूल भुलैया के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण आसफुद्दौला ने 1784 ई. में किया था। बड़ा इमामबाड़ा जिसे बारा इमामबाड़ा भी कहा जाता है।कहते है कि भूलभुलैया के अंदर जाने के 1024 रास्ते हैं लेकिन बाहर आने के लिए सिर्फ 2 रास्ते हैं। इसे आपातकालीन के समय में बनवाया गया था। इसे सुबह बनाया जाता था और रात में गिरा दिया जाता था ताकि मजदूर आर्थिकतन्गी से राहत पा सके। इस तरह लोगो को रोजगार मिला।अगर आप यहाँ घुमने का प्लान बना रहे है तो आप OCTOBER से MARCH तक का महीना अच्छा होता है। यहाँ आप अपने पूरे परिवार के साथ आ सकते है।यहाँ एक शाही हमाम बावड़ी है जो पाँच मंज़िला गहरा कुँआ है। जो तीन मंज़िला पानी में डूबा रहता है केवल दो मंज़िला ही ऊपर दिखता है। यहाँ एक बहुत बड़ा आशफी मस्जिद है।
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रूमी दरवाज़ा (Rumi Darwaza)
रूमी दरवाजा पुराने लखनऊ में स्थित है इसका निर्माण नवाब आसफुद्दौला ने सन् 1784 ई० में आपातकाल में ही बनाया गया था। यह रुमी दरवाजा बड़ा इमामबाड़ा और छोटा इमामबाड़ा के बीच में स्थित है। इसकी ऊँचाई 60 फिट ऊँची है। यहाँ जब आप बड़ा इमामबाड़ा देखने आओगे तो यह बीच में ही मिलेगा।
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ब्रिटिश रेजीडेंसी (British Residency)
गोमती नदी के दक्षिण में स्थित ब्रिटिश रेजीडेंसी 33 एकड़ में बना हुआ है जो बिना छत और टूटी फूटी दीवारे ही रह गयी है । यह इमारत अवध के नवाब सआदत अली खां द्वारा 1800 ई. ने बनवाया था। रेजीडेंसी का मतलब है रेजिडेंट। रेजिडेंट भारत में ब्रिटिश सरकार द्वारा रियासतों की अदालतों में नियुक्त अधिकारी को कहा जाता था।वर्तमान में यह एक राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक है। लखनऊ के निवासी यहाँ सुबह सैर के लिये जाते है।
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छोटा इमामबाड़ा (Chhota Imambada)
हुसैनाबाद में स्थित छोटा इमामबाड़ा बेहद खूबसूरत और लाजवाब है। इसे मोहम्मद अली शाह ने 1837 ई. में बनवाया था। कहते है कि इसमें मोहम्मद अली शाह और इनकी माँ की कब्र है। इसमें ऊपर एक सुनहरा गुम्बद है जो बहुत ही आकर्षक लगता है। जिसे उनकी माँ का मकबरा कहा जाता है। इसे इमामबाड़ा हुसैनाबाद मुबारक के नाम से भी जाना जाता है।
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शहीद स्मारक पार्क (Shaheed Smarak Park)
रेजीडेंसी के ठीक सामने गोमती नदी के किनारे स्थित पार्क के बीच में सफेद संगमरमर से बना यह स्मारक शहीद स्मारक के नाम से जाना जाता है जो प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में शहीद जवानों की याद में बनाया गया था। आप यहाँ अपनी फैमली के साथ आ सकते है। स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के बाद आप बगीचों में घूम सकते है और नौकायन का भी मज़ा ले सकते है।
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गौतम बुद्धा पार्क (Gautam Buddha Park)
गौतम बुध पार्क फैमिली और बच्चों के साथ घूमने के लिए सबसे बढ़िया जगह है। हरे भरे पेड़ पौधो के बीच बच्चों के लिए बिजली वाले झूले, पैडल नाव भी है। यहाँ बूढ़े लोग भी जा सकते है। यह लखनऊ हसनगंज में बड़ा इमामबाड़ा के पास स्थित है। यह पार्क गर्मियों की प्रचंड गर्मी से बचाने के लिए सबसे बढ़िया पार्क है। आप जब इमामबाड़ा देखने आयें तो इस पार्क को जरूर घूमे आमतौर पर सर्दियों में जाये वहाँ आप कुछ करे या न करे पर बोटिंग तो जरूर ही करोगे यह तीनों पुल के नीचे से होकर जाता है। यह पार्क 1980 में बनाया गया था
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दिलकुशा कोठी (Dilkusha Kothi)
गोमती नदी के किनारे पर स्थित यह दिलकुशा कोठी 1800 ई. में नवाब सआदत अली खान के मित्र , ब्रिटिश रेजिडेंट मेजर गोर ओउसली ने बनाया था। वर्तमान में दिलकुशा कोठी का अधिकतर भाग खंडहर हो चूका है फिर भी इसमें वही भव्य आभा दिखाई पड़ती है जो यह दर्शाती है कि इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संरचना खूबसूरत स्मारकों में से एक है अगर आप लखनऊ के यात्रा पर है तो इस कोठी को जरूर देखें।
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अम्बेडकर मेमोरियल पार्क (Ambedkar Memorial Park)
अम्बेडकर मेमोरियल पार्क राजस्थान से लाये गए लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया था। इसे पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी ने अपने प्रशासन के समय में बनवाया था। जो डॉ भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन प्रतीक स्थल के नाम से जाना जाता है ।इस पार्क में 124 विशाल हाथी की मूर्तियाँ बनी हुई है। यहाँ आप सर्दियों के समय में अपने दोस्तों और अपनी फैमली के साथ घूम सकते है। यहाँ फिल्मों और गानों की शूटिंग भी होती रहती है।
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नवाब वाज़िद अली शाह जूलॉजिकल गार्डेन (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Garden)
नवाब वाज़िद अली शाह जूलॉजिकल गार्डेन हज़रतगंज में स्थित है। इसे लखनऊ चिड़ियाघर भी कहा जाता है। यह 1921 में बनाया गया था। यह चिड़ियाघर उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना चिड़िया घर है। इस चिड़ियाघर का नाम अवध के आखिरी नवाब वाज़िद अली शाह के नाम पर रखा गया। यह चिड़ियाघर 70 एकड़ में फैला है। यहाँ आप अपने दोस्तों और परिवार और बच्चो के साथ जा सकते है। यहां पर बोटिंग सुविधा भी है।
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जनेश्वर मिश्र पार्क (Janeshwar Mishra Park)
जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ का सबसे मशहूर पार्क है। जो भारत का ही नहीं अपितु पूरे एशिया का सबसे बड़ा पार्क है। यह सन् 2014 में बनाया गया था जो 376 एकड़ में फैला हुआ है। यहां आप अपनी फॅमिली के साथ जा सकते हो और कपल्स के लिए बहुत अच्छा पार्क है। यहां का टिकट 12 साल तक के बच्चों के लिए और जो विकलांग है उनके लिए बिलकुल फ्री है। बाकि अन्य लोगों के लिए 10 रु. है। यहाँ आप गोंडोला नाव और पड्डल नाव की सवारी कर सकते है। जिसका टिकट 100 रु है। यह लखनऊ के गोमती नगर में स्तिथ है ।
पूरा लखनऊ घूमने के लिए कहाँ रुकें और क्या खाये
अगर आप पूरा लखनऊ घूमने के लिए आएं है तो आपको कम से कम से दो से तीन दिन तो लगेंगे ही तो ऐसे में आपके मन में बस एक ही ख्याल आता होगा कि लखनऊ में रुकने के लिए बेस्ट जगह कहाँ मिलेगी तो हम आपको कुछ लखनऊ में ठहरने के लिए सबसे बढ़िया जगह बताते है। लखनऊ का मुख्य रेलवे स्टेशन चारबाग है चारबाग में आपको हर बजट के होटल मिल जायेंगे आप अपने बजट के हिसाब से कोई भी होटल बुक कर सकते है यदि ज्यादा सस्ते की बात करे तो चारबाग में ही एक धर्मशाला है आप चारबाग में किसी लोकल से पूछेंगे की सब्जी मंडी वाली गली कौन सी है लोकल व्यक्ति बता देगा फिर उसी गली में स्थित है शाह गया प्रसाद धर्मशाला यहाँ आपको कमरे बहुत ही सस्ते मिल जायेंगे।
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लखनऊ के फेमस वेज स्ट्रीट फ़ूड
वैसे तो लखनऊ अपने स्वादिष्ट और लज़ीज़ खाने के लिए बहुत फेमस है आपको हर गली हर छेत्र में स्ट्रीड फ़ूड मिल जायेगा मैं कुछ फेमस स्ट्रीट फ़ूड नाम और जगह बताती हूँ जो लखनऊ में काफी फेमस है।
- शुक्ला चाट हाउस- हजरतगंज
- जैन चाट भण्डार -लालबाग
- प्रकाश की कुल्फी -अमीनाबाद
- सरदार जी के छोले भटूरे -लालबाग
- रॉयल कैफे- हजरतगंज मेट्रो स्टेशन
- मक्खन मलाई- चौक
- श्री लस्सी कार्नर- चौक
लखनऊ में घूमने का खर्चा
अगर आप लखनऊ घूमने के लिए निकले है तो आपको आपका बजट तो देखना ही पड़ता है। ऐसे में आप सोचते होंगे कि कितना खर्चा होगा उसी हिसाब से आप प्लानिंग करते है। तो मैं आपको बता दूँ आप यदि अकेले है तो आपका खाने पीने का खर्च (2000रु ),होटल का खर्च (2500 रु ), एक्सप्लोर करने के लिए स्कूटी, बाइक का खर्च (1800 -2000 रु )पड़ सकते है यदि आपकी अपनी गाड़ी है तो आपको ये नहीं पड़ेगा (500 -1000 रु) पेट्रोल और डीज़ल और अन्य ख़र्च में लगेंगे। कुल मिलाकर आपको (7500 -8000 रु) तक लग सकता है ये बजट 2 से 3 दिन का है यदि आप अपने दोस्त के साथ जाते है ।तो यह खर्च आपस में मैनेज कर सकते हो। यह खर्च एक अनुमानित कीमत है कृपया प्लान करने से पहले अपना बजट जरूर बनायें।
निष्कर्ष (Conclusion)
लखनऊ अपने ऐतिहासिक धरोहरों और वास्तुकला के लिए फेमस है यह अपनी शाही अंदाज के लिए मशहूर है। अगर आप प्लान कर रहे है लखनऊ घूमने का तो आपको इस लेख में लखनऊ में घूमने की जगह (Lucknow Me Ghumne Ki Best Jagah) सारी जानकारी मिल जाएगी। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो आप हमे कमेंट में बता सकते है
FAQ
Ques-1 लखनऊ घूमने के लिए कितने दिन चाहिए ?
लखनऊ में घूमने के लिए दो से तीन दिन लगते है।
Ques-2 लखनऊ में घूमने की जगह कौन कौन सी है ?
मरीन ड्राइव, जनेश्वर मिश्र पार्क, साइंस सिटी लखनऊ, अम्बेडकर पार्क, बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ, गोमती नदी नौका विहार , लखनऊ चिड़ियाघर, हजरतगंज मार्केट, बनारसी बाग, रेज़ीडेंसी आदि।
Ques-3 लखनऊ इतना प्रसिद्ध क्यों है ?
लखनऊ अपने वास्तुकला,ऐतिहासिक इमारतों, चिकनकरी कढ़ाई और स्वादिस्ट भोजन के लिए प्रसिद्ध है।
Ques-4 लखनऊ का पुराना नाम क्या है ?
लखनऊ का पुराना नाम लक्ष्मणपुर और लखनपुर था।
Ques-5 लखनऊ की सबसे सस्ती मार्केट कौन सी है ?
लखनऊ की सबसे सस्ती मार्केट अमीनाबाद मार्केट है। यह लखनऊ की सबसे पुराने बाजारों में से एक है।
Ques-6 लखनऊ की मशहूर मिठाई?
लखनऊ में राम आसरे की पान गिलौरी पूरे देश भर में मशहूर है । सन् 1805 ई से राम आसरे स्वीट्स लखनऊ की सबसे बेहतरीन और सबसे प्रसिद्ध मिठाई की दुकानों में से एक है।
QUES-7 लखनऊ में भूलभुलैया किसने बनवाया था ?
लखनऊ का बड़ा इमामबाड़ा एक रहस्यमयी इमारत है। जिसे भूलभुलैया के नाम से भी जाना जाता है। भूलभुलैया को आसफुद्दौला ने 1784 ई. बनवाया था।कहते है कि भूलभुलैया के अंदर जाने के 1024 रास्ते हैं लेकिन बाहर आने के लिए सिर्फ 2 रास्ते हैं।
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